देहरादून के अलग-अलग पर हुई चेन स्नैचिंग की 03 घटनाओ का दून पुलिस ने किया खुलासा

देहरादून, राहुल वर्मा
अभियुक्तों द्वारा कावड़ियों की भीड का फायदा उठाकर कावड़ियों के भेष में दिया जाता था चेन लूट की घटनाओ को अजांम*
01अगस्त को घटित घटना लक्ष्मी सेमवाल पत्नी बृजमोहन सेमवाल, द्वारा 112 पर सूचना दी कि शांति एनक्लेव मेन गेट के पास दो अज्ञात मोटरसाइकिल सवार व्यक्ति उनके गले से सोने की चैन छीनकर भाग गए हैं। सूचना पर तत्काल थाना नेहरु कॉलोनी से पुलिस बल मौके पर पहुंचा तथा पीडिता से घटना को अजांम देने वाले अभियुक्तो के हुलिए तथा घटना के बाद उनके भागने के रास्तों के सम्बंध में जानकारी ली
दिनदहाडे हुई चैन स्नेचिंग की घटना की गंभीरता के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा घटना केे अनावरण हेतु थानाध्यक्ष नेहरुकालोनी को आवश्यक निर्देश दिये गये, जिस पर थानाध्यक्ष नेहरूकालोनी द्वारा थाना स्तर पर अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन किया गया, गठित टीमों द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण कर आस पास लगे सीसीटीवी कैमरों का गहनता से अवलोकन किया गया तथा सीसीटीवी से प्राप्त संदिग्ध व्यक्तियो के हुलिये की पहचान हेतु मुखबीर तंत्र को सक्रिय किया गया। साथ ही घटना में शामिल अभियुक्तों के सम्बंध में जानकारी हेतु पुलिस टीमों को गैर जनपद/ प्रांत ( हरिद्वार/ सहारनपुर /मुजफ्फरनगर ) रवाना किया गया। घटना के अनावरण हेतु गठित टीमों द्वारा सर्विलांस के साथ-साथ मैनुअल पुलिसिंग करते हुए अभियुक्तों के सम्बंध में जानकारी एकत्रित की गई, जिससे दिनांक 03/08 /2024 को मुखबिर के माध्यम से पुलिस टीम को चैन लूट की घटना में शामिल दोनों अभियुक्तो के पुनः किसी घटना को अजांम देने के लिये देहरादून वापस आने की सूचना प्राप्त हुई, जिस पर पुलिस टीमो द्वारा तत्काल अलग-अलग स्थानो पर अभियुक्तों की तलाश हेतु सघन चैकिंग अभियान चलाया गया, चेकिंग अभियान के दौरान पुलिस टीम को घटना में शामिल दोनो अभियुक्तों गुरमीत पुत्र राजेश नि0 टांडा भागमल थाना लक्सर जनपद हरिद्वार तथा विजेन्द्र पुत्र करम सिंह नि0 टांडा भागमल थाना लक्सर जनपद हरिद्वार को दूधली रोड से गिरफ्तार करने मे सफलता प्राप्त हुई, अभियुक्तो की तलाशी लेने पर उनके कब्जे से घटना में लूटी गई दो चेन तथा घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल बरामद हुई।
अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि उनके द्वारा नेहरू कॉलोनी/डोईवाला व रायवाला में चेन लूट की घटनाओ को अंजाम दिया गया था, उक्त सभी घटनाओं में अभियुक्त द्वारा कांवड़ियों जैसा भेष बनाया था, जिससे घटनाओं के बाद वे पुलिस को आसानी से चकमा दे सके